
मेरी लेखनी ,मेरी कविता
जीभ काट लो उन लोगों की (कविता)
जीभ काट लो
उन लोगों की
जो भारत अपमान करें।
बिन सोचे और बिना ज्ञान के
अपनों का अपमान करें ।
जो भारत की भूमि को
दुनिया में बदनाम करें
बोते बीज ईर्ष्या के
चहुुँओर गरल का काम करें।
जीभ काट लो
उन लोगों की
जो भारत बदनाम करें।।
बिन सोचे जो बात करें हैं
सच्चाई का ज्ञान
जीभ काट लो उन लोगों की (कविता)
जीभ काट लो
उन लोगों की
जो भारत अपमान करें।
बिन सोचे और बिना ज्ञान के
अपनों का अपमान करें ।
जो भारत की भूमि को
दुनिया में बदनाम करें
बोते बीज ईर्ष्या के
चहुुँओर गरल का काम करें।
जीभ काट लो
उन लोगों की
जो भारत बदनाम करें।।
बिन सोचे जो बात करें हैं
सच्चाई का ज्ञान
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