अब कोई किसी से बात नहीं करता (कविता )'s image
411K

अब कोई किसी से बात नहीं करता (कविता )

मेरी लेखनी मेरी कविता 
अब कोई किसी से बात नहीं करता
(कविता)

दीवारों पर अब टेढ़ी  लाइने नहीं दिखती  
पुराने खेलो को खेलने का रिवाज नहीं 
मोबाइल ने छीना  है बचपन 
क्या खोया है उसका हिसाब नहीं?

गली नुक्कड़ पर बच्चों की लाइने नहीं दिखती 
Read More! Earn More! Learn More!