
देह पर उगी बेले
और थोड़ी उदास हंसी
भीतर तक नहीं पहुंच पाने वाली रौशनी
इंतजार रहता है उन्हें भी
एक छँटाक प्रेम
दो मीठे बोल
स्वीकार किए जाने की थोड़ी सी उम्मीद
और इससे भी अधिक
यह संभावना
कि कोई सुन रह
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भीतर तक नहीं पहुंच पाने वाली रौशनी
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दो मीठे बोल
स्वीकार किए जाने की थोड़ी सी उम्मीद
और इससे भी अधिक
यह संभावना
कि कोई सुन रह