हम नापते तौलते शब्दों की
झुंझलाहट पर
अपनी चुप्पी साधे
डरी सहमी भाषा में
सर झुकाकर
बीते दिनों की सफहो में
ढूंढते हैं कोई इक बात
जो मिलती जुलती हो
ह
Read More! Earn More! Learn More!
हम नापते तौलते शब्दों की
झुंझलाहट पर
अपनी चुप्पी साधे
डरी सहमी भाषा में
सर झुकाकर
बीते दिनों की सफहो में
ढूंढते हैं कोई इक बात
जो मिलती जुलती हो
ह