![नया साल's image](/images/post_og.png)
शायद दिन आये फिर से बाहर के,
गुज़रा है गया साल हाल बेहाल के
मुबारक़ हो तुमको नये साल का सूरज,
दिन गिन रहा हूँ मैं बस इंतज़ार के।
जाने वाले मुझको मुड़ के न देख,
मैं बै
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शायद दिन आये फिर से बाहर के,
गुज़रा है गया साल हाल बेहाल के
मुबारक़ हो तुमको नये साल का सूरज,
दिन गिन रहा हूँ मैं बस इंतज़ार के।
जाने वाले मुझको मुड़ के न देख,
मैं बै