तप गया हूँ शोलों में's image
404K

तप गया हूँ शोलों में

तप गया हूँ शोलों में


अंगार थोड़ी दे दे


राख की बुझी पर आज तालाब तू लेले 


मैं सूर्य के प्रकाश में तत्पर सुलगता हूँ 


आज फिर कांटो के मार्ग पर कदम रखता हूँ 


तिमिर के आकाश मैं प्यास है दिनकर 


धधक रही ज्वाला को आज खोजता 


कुंठित च्नद्र की रागिनी म

Read More! Earn More! Learn More!