
जब से जीवन में तुम आए
जीवन को मैंने जाना है
इस रंग बदलती दुनिया को
थोड़ा-थोड़ा पहचाना है
तुम सूरज बनके चमके हो
अब हर कोना उजियाला है
भीतर के अंधकार से
निज अस्तित्व निकाला है
मौन में भी मिलते उत्तर
प्रश्नों का हो समाधान
तुम हो तो हर श्वास मेरी
जैसे हो कोई वरदान
चलते-चलते थक जाऊँ जब
तुम शक्ति बनकर आते हो
आँसू भी मुस्कुराती है
जब मुझको तुम अपनाते हो
त
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