भोली सूरत's image

भोली सूरत


भोली सूरत पे तेरे हाय

दिल लगा बैठे हम

बेवफ़ाई को तेरे ऐ जालीम

वफ़ाई समझ बैठे हम

अब सोचते हैं ऐ कम्बख्त

क्या हिमाकत कर बैठे हम


फूल समझके जिसको चूम लेते थे हम

उसमें तो सिर्फ बाहरी रंगत निकली

खुशबू के लिए तरसते रह गये ह

Read More! Earn More! Learn More!