तौहीन's image
इस क़दर तौहीन करना है मुझे ,
तेरी आग में हर बूंद जलू ,
ना लेना है सहारा कही , 
बस तु रहे और मैं रहू ,
चलता चले ये खेल अगर ,
जलन
Tag: कविता और2 अन्य
Read More! Earn More! Learn More!