![यादें's image](/images/post_og.png)
हर मुरझाए फूल को किसी रोज खिल जाना है ,
सूखी पड़ी इन नदियों को किसी रोज फिर बहना है।
किसी एक शख्स को कब तक जहन में
Read More! Earn More! Learn More!
हर मुरझाए फूल को किसी रोज खिल जाना है ,
सूखी पड़ी इन नदियों को किसी रोज फिर बहना है।
किसी एक शख्स को कब तक जहन में