मनहरण घनाक्षरी छंद's image
403K

मनहरण घनाक्षरी छंद

जब गीत प्रेम के हैं, मधुर मिलन वाले,,
वियोग की तुम बाते, हमसे बतराओ न,,

प्रेम हैं अधूरा प्रिय, तप साधना तो फिर,
आधे अधूरे सपन, हमखा दिख
Read More! Earn More! Learn More!