दिल जलाने से ना कभी दूर अँधेरा होगा
रात ढल जाएगी मुस्कुराइए फ़िर सवेरा होगा..
ये ख़ुदगर्ज़ है ज़माना जाने न फ़र्क साहब
ये ना कभी मेरा था और ना कभी तेरा होगा..
कहने को तो यहाँ ग़म-ख़्वारी दिखाते हैं सारे
अँधेरों में छिपा रहबर शायद कोई लुटेरा होगा..
रख हिम्मत हौसला न हार मुश्किलें होगी पार
Read More! Earn More! Learn More!