हवा गुम, मौसम नम, क़दम थम, ख़ामोश आवाज़ है
जानता हूँ अभी तक तबीयत तुम्हारी कुछ नासाज़ है
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बेशक ख़ुदसे दूर किया तुमने पर दिल नहीं नाराज़ है
हरदिन तेरेलिए करता है दुआ मेरा दिल-ए-फ़य्याज़ है
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हवा गुम, मौसम नम, क़दम थम, ख़ामोश आवाज़ है
जानता हूँ अभी तक तबीयत तुम्हारी कुछ नासाज़ है
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बेशक ख़ुदसे दूर किया तुमने पर दिल नहीं नाराज़ है
हरदिन तेरेलिए करता है दुआ मेरा दिल-ए-फ़य्याज़ है
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