दूरी की मजबूरी's image
164K

दूरी की मजबूरी

हम और तुम हैं, पास बहुत, फिर हम दोनों में क्यों दूरी है।

सागर की लहरों से मिलती, सरिता की कुछ मजबूरी है।।

हम और तुम हैं पास बहुत, फिर......

आँखों में बस झाँक-झाँक कर, हमने तो कई ख़्वाब सजाए,

मेरी मुस्काने तुम रख लो, अश्कों को हम घर ले आए।

आऊँगा अब

Read More! Earn More! Learn More!