तमाशा's image
मैं कहती तो हूं

मुझे नींद बहुत आती है

लेकिन मेरे बिस्तर की

सिलहट बताती है

मुझको नींद ही नहीं आती है

मोहब्बत में मुकाम हर 

किसी को मिले जरूरी नहीं

इसलिए यह हंसी खता हर

किसी से होती नहीं

जख्म अभी हैं हरे भरे

मैं अंदर से हूं बहुत भरी

फिर भी
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