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तेरी आँखें हैं मधुशाला, इस पर शेर लिखूँ या ग़ज़ल कहूँ..

तेरी आँखें हैं मधुशाला,

तेरे होठ है सुर्ख गुलाबी..

इसको एक प्यारा सा कमल कहूँ।

तू मेरी चाहत तू ही मोहब्बत

तू मेरी धड़कन तू मेरी हसरत

तुझको मैं उल्फ़त कहूँ।

तेरी आँखें हैं मधुशाला

इस पर शेर लिखूँ या ग़ज़ल कहूँ।।

तू मस्तानी है मौजों की रवानी है

कह के भी ना कह पाऊं तू ऐसी कहानी है

तू मेरी खुशी है तू मेरी ज़िंदगी 

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