छात्र कविता नहीं अपना यथार्थ लिखता है's image
399K

छात्र कविता नहीं अपना यथार्थ लिखता है

छात्र कविता नहीं अपना यथार्थ लिखता है

अपने सपनों के खातिर वो अपनो को पीछे छोड़ आता है

नए शहर के छोटे से कमरे को वो आशियाना बनाता है

घर पर आलीशान बिस्तर पर हमेशा सोने वाला

अब नए शहर में कठोर ज़मीन पर करवटे बदलता है

छात्र कविता नहीं अपना यथार्थ लिखता है


घर के स्वादिष्ट खाने में हमेशा नुक्स निकालने वाला

आज सिर्फ कच्चे चावल-रोटी खा कर सो जाता है

10 बजे उठने वाला अब चिड़ियों से भी पहले जाग जाता है <

Tag: life और3 अन्य
Read More! Earn More! Learn More!