मेरे मरने के बाद मुझे दफ़नाना नहीं जला देना,
क्योंकि दफ़्न की हुई यादें अक्सर
कब्र से बाहर आ जाया करती हैं।
मेरे मरने के बाद मेरी चीज़ों को सहेजना मत,
जला देना उन्हें मेरी चिता के साथ,
क्योंकि सहेजी हुई यादों से ख़ुश्बू की जगह
अक्सर बू आने लगती है।
मेरे मरने के बाद मेरी याद में आँसू न बहाना,