पथिक's image

मैं पथिक चलता कैसे पथभ्रष्ट हुआ उजाला मैला,

ताल धड़ंग तलाशने उजाले को अंधियारे में निकला,

वो मतंग रौशनी रजनी की आती बादलों को जाति रही,

अथक

Read More! Earn More! Learn More!