![ग़ज़ल's image](https://kavishala-ejf3d2fngme3ftfu.z03.azurefd.net/kavishalalabs/post_pics/%40bina-kapur/None/1651252618448_29-04-2022_22-47-01-PM.png)
वो बिछडा तो दस्त से रंग-ए-हिनाई ले जाएगा,
लबों का तबस्सुम आँखों से बीनाई ले जाएगा!!
फिर ना लौटेगा कभी मौसम-ए-गुल मेरे लिए,
वो तो गुल से खूश्बू बागों से रानाई ले जाएगा!!
उसके बग़ैर युँ ही भटकती फिरेगी खुशी दर-बदर,
मेरे ख्वाब भी सारे पलकों से हरजाई ले जाएगा!
Read More! Earn More! Learn More!