
मेरे दिल में आए जो लिखता हूं
दिमाग की मैं कहां सुनता हूं
मेरे दिल में तुम ही हो तो क्या करूं
यों मानों अब तुम्हें ही लिखता हूं
कविता लिखता हूं
कविता के लिए लिखता हूं
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मेरे दिल में आए जो लिखता हूं
दिमाग की मैं कहां सुनता हूं
मेरे दिल में तुम ही हो तो क्या करूं
यों मानों अब तुम्हें ही लिखता हूं
कविता लिखता हूं
कविता के लिए लिखता हूं