मैं डरा, सहमा सा एक बालक,
जैसे ही चलने का करूँ प्रयास,
पापा की ऊंगली दे मुझे सहारा,
माँ की बोली बढ़ाए आस,
उठ चलता हूँ, गिर जाता हूँ,
पर करता हूँ मैं पुनः प्र
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मैं डरा, सहमा सा एक बालक,
जैसे ही चलने का करूँ प्रयास,
पापा की ऊंगली दे मुझे सहारा,
माँ की बोली बढ़ाए आस,
उठ चलता हूँ, गिर जाता हूँ,
पर करता हूँ मैं पुनः प्र