कंचन का ह्रदय रखा
काँच से ज्यादा रिश्ते टूटे मुझसे
गैरों के झूठ पर नाचे
मेरे सच पर अपने छूटे मुझसे
मैंने साँसों सा थामा, उनको
जाने में कि
Read More! Earn More! Learn More!
कंचन का ह्रदय रखा
काँच से ज्यादा रिश्ते टूटे मुझसे
गैरों के झूठ पर नाचे
मेरे सच पर अपने छूटे मुझसे
मैंने साँसों सा थामा, उनको
जाने में कि