Browse
Events
Chapters
Authors
Quiz
More
About Us
Blog
Reviews
Careers
Contact Us
Opportunities
UAE
Login / Sign Up
Home
Profile
Home
Profile
Poetry
1 min read
180K
खुदको क्यों ढूंढता रह जाता हुँ
असीम पंड्या
May 7, 2022
Explore with
क्या हुँ इतना महान ,
या खुदको समझ जाता हुँ,
खुदको क्यों ढूंढता रह जाता हुँ ।
कहीं खोया हुँ,
या कर रहा कोई ढोंग खुदसे,
मंज़िल को तलाशने क्यों भाग जाता हुँ ।
चाहे जल प्रपात हो या हो शांत सा मकब
Tag:
selfknowlegde #selflove #poem #hindi #travel
Read More
Join Our WhatsApp Community
Read More! Earn More! Learn More!
Login/ Signup