तमन्ना थी कि हम उनकी नज़र में खास बन जाते
कभी उनके लिए धरती कभी आकाश बन जाते
अगर वे प्यास होते तो हृदय की तृप्ति बनते हम
अगर वे तृप्ति होते तो अधर की प्यास बन जाते
समय की चोट से आहत हृदय यदि टूटता उनका
परम विश्वास बनते या चरम उल्लास बन जाते
भिगोती जब किसी की याद पलकों के किनारों को
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