
वीर तुम डटे रहो
अपनी राह में अडिग रहो
लाख रोशनी आयेंगी
अपना तेज दिखाएंगी
तुमको बहलायेंगी, फुसलायेंगी
लेकिन वीर तुम डटे रहो
अपनी राह में अडिग रहो।
उस तेज सूरज की किरणों में
चांद भी तो डट जाता है
माना फीका पड़ जाता है
लेकिन वह अड़ जाता है
वीर तुम डटे रहो
अपनी राह में अडिग रहो।
समय का चक्र कब रुकता है
माना कुछ क्षण विपरीत हो जाता है
लेकिन वी
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