
जब-जब ढूँढने की कोशिश करता हूँ तुम्हें,
तब-तब डिम लाइट हो जाती हों,
अँधेरे में रोशनी देती हो मुझे,
उजाले में कहीं खो जाती हों।
वक़्त लगता है मुझे
उजाले से अँधेरे में आकर देखने में,
पर वहाँ भी तुम
मेरी पुतलियों को सहला देती हों।
छाया हो तुम मेरी,
अँधेरे में मुझमे समा जाती हों,
और धूप में मुझे तप्ता देख,
मेरी छ
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