कल का क्या पता's image
273K

कल का क्या पता

गर आज एक दीया बुझ जायेगा, 

कल का क्या पता, कल कौन सा पड़ाव आयेगा।। 


हिम्मत जो हमने खो दी है आज, 

क्या सूरज कल फिर वही सुबह ला पायेगा।। 


झरोखों से मत देखो तुम मेरी हार का तमाशा, 

कल क्या पता, मेरी जीत का इस्तिहार अखबार मे आयेगा।। 


जो समय गया-गवाया अब तक, 

शायद कल कुछ नया वो पैगाम दे जायेगा।। 

Tag: poetry और6 अन्य
Read More! Earn More! Learn More!