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Hindi Rajasthani Poetry, Poem of Famous Poets - राजस्थानी कविता | Anjas
चकली
कइक चकलीए
पैले हरकी...
अवै देकाती नती!
रंग रूप चकली नो
पण पाँखे हमडी नी(चील)
माळो बाँदवा तणकलँ...
कुण वैणे
तैयार माळा माते
कब्जो जुवै!
इ भी जेटला दाड़ा
फाव्यू एटला दाड़ा
फैरी तलास
नवा ठौड़ नी
चकली आज़ाद
रैवु चावै...
तोड़ी ने
हैत्तं वचन
जै लीधँ'त
सात पगलँ भरी!
बे बिम्ब
1.
जो विचार करो
पाणी मंय रैवु
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