अम्माओं की सर्दी's image
29K

अम्माओं की सर्दी

40 poems in 40 days challenge


गिलहरियां सेंध मार रही हैं,

धूप जोह रहीं हैं,

सर्दी की ओट में,

पत्ते चर्चरा रहे हैं,

ओस ढलान ले रही,

पुष्पों से,

पत्तों पर,

और पत्तों से शाखों पर,

शाखों से धरती पर,

और धरती से उसके पावों में,

पैरों में घास की सिहरन लिए,

वो घंटों बैठी रही,

अपने उपले वाली दौरी को लिए,

झटपट हाथ चलाए,

उपले बनाए,

और अपने हाथों की छाप दे,

पूत दी दलाने की दीवारें,

बेकार पड़ी शीशी

Read More! Earn More! Learn More!