
वो जिन्दगी के सांचे में फिर से ढाली जाएगी ,
दिल में धड़कनों की फिर से बहाली आएगी ,
कौन किसकी जिंदगी खुश देखकर जी रहा ,
जिसकी जितनी इज्जत है उतनी उछाली जाएगी ।
ल'अमातों से हमारे घर बस रौशन रहे ,
फ़र्क किसको किसके घर में बदहाली आएगी ।।
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