एक तरफा मोहब्बत's image
138K

एक तरफा मोहब्बत

तु देखे ना देखे मुझे तुझ पर छोडा है

पर मैं ना देखूं तुझे ये मुमकिन ही नहीं

तु चाहे ना चाहे मुझे ये तेरी मर्ज़ी है

पर मैं ना चाहूँ तुझे ये मुमकिन नहीं

 

एक सच ये भी है की तु बस मेरी है 

ये तु ना माने, बात कुछ खास नहीं

कभी फुर्सत में भी ना देखना तू आईना

अक्स मेरा तुझमे ना दिख जाए कहीं

 

खो आया हूँ तेरी गलियों में मैं दिल अपना

साथ ले आना अपने, उसे, जो मिल जाए कहीं

चल पड़ा जो कभी लौट के ना आऊंगा 

के ये वो मर्ज़ है जिसका है कोई इलाज नही

 

बहुत रोए हैं तेरे ग़म में और ना रो पाएंगे

फ़रियाद कई है पर अब बची आवाज़ नहीं

सांसे चलती है और जिस्म अब भी ज़िंदा है

ज़िंदा रहने में मग

Read More! Earn More! Learn More!