नहीं चाहिए, नहीं चाहिए मुझको अभी क़रार
रहने दो मुझको कुछ देर यूं ही अभी बेचैन-औ-बेक़रार
ख़िज़ां का मौसम, ख़ारों का साथ, रास आ रहा है
रहने दो,गुलों का साथ,मुझको नहीं चाहिए अभी बहार
हिज़्र का लुत्फ़ उठा रहा हूं मैं,ज़रा देर तो उठान
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