
जब तक, उठ रहा है सिर्फ़ धुआं, तब तक हम,
आग न लगे, क्यों इसकी कोई तदबीर करें?
जल जाने दो आग अभी,जब भड़क उठेगी
तब हम लेकर लाव-लश्कर, आग बुझाने आयेंगे
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आग न लगे, क्यों इसकी कोई तदबीर करें?
जल जाने दो आग अभी,जब भड़क उठेगी
तब हम लेकर लाव-लश्कर, आग बुझाने आयेंगे