
हम अपने जीवन में
बहुत कुछ होना चाहते हैं
पर वो हो नहीं पाते,
बहुत कुछ पाना चाहते हैं
पर वो हमें मिल नहीं पाता,
बहुत से स्वप्न देखते हैं
पर वो टूट जाते हैं,
पूरे नहीं हो पाते
या हम पूरे नहीं कर पाते।
धीरे-धीरे
जीवन के पथों पर,
चाहे-अनचाहे
चुपचाप चलते हुए,
हम वो होते रहते हैं
और वो हो जाते हैं,
जो हम होना नहीं चाहते,
वो सब स्वप्न भुलाते हुए
जो हमने कभी देखे थे।
वो होने के बाद
जो हम होना न
Read More! Earn More! Learn More!