चाहने वालों से छुप-छुप के क्या छुपाना,,
बता दीजिए हमें भी दिलों में क्या है आपके
यूँ न खामोश रहकर तड़पाइये मुझे पल-पल
हम भी तो कहेंगे आपसे अपने दिल की बातें
बता दीजिए हमें…
ये वादियाँ, ये सरहदें, ये दुरियाँ-खामोशी भी
क्या खूब है आपका हर पल मुस्कुराना भी
बता दीजिए हमें…
मेरी खामोशी-बेसब्री मेरे सब्र की इंतहा है
राज की बातें हमराज से यूँ छुपाना कैसा
बता दीजिए हमें…