
छेनी ,कुदाल,फावड़ा करके तैयार
मंडी सजी हुई है मज़दूरों की
अलग -अलग कद काठी के
जाति - पाती का भेद मिटाए
एक दिखते है ये मेहनतकश मज़दूर।
ऊंची - नीची जाति - धर्म से
नहीं हैं इनका नाता,
पेट की भूख मिटाने को
खाली पेट मंडी को निकल जाता।
बड़े - बड़े
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