
कुम्हलाई आँखे
ताक रही थी,
रास्ता स्कूल का
नाप रही थी।
रंग-बिरंगे चेहरे पे
उदासी बाहर से
झांक रही थी।
फूल खिलने लगे
लालिमा बिखरने लगी
भोर हो गया है,
तिम
Read More! Earn More! Learn More!
कुम्हलाई आँखे
ताक रही थी,
रास्ता स्कूल का
नाप रही थी।
रंग-बिरंगे चेहरे पे
उदासी बाहर से
झांक रही थी।
फूल खिलने लगे
लालिमा बिखरने लगी
भोर हो गया है,
तिम