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Poetry
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भ्रम हर जगह है ।
Ajay Singh Yadav
January 7, 2023
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एक दिन मैं सुबह जल्दी उठा और मैंने पाया
आगे वाली दिशा में कोई चक्कर लगा रहा था ।
जब मैंने अपनी टॉर्च जलाकर देखा तब मुझे सिर्फ एक तालाब दिखाई दिया
वहां कोई नहीं था , तालाब किसी बंधन से बंधा हुआ था ।
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likhokavishalape
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