वही हाल है वही चाल है न कुछ बदलने वाला है
यहाँ तो बस.... पैसे का बोल वाला है
सुख यँहा के साथी है दुःख का है साथी न कोई
न जाने कितने यहाँ सामर्थ्यवान वैठे है
मजबूरों की न कोई सुनने वाला है
यहाँ तो बस.... पैसे का बोल वाला है
चंद लोग कर रहे हैं सेवा मानवता की
बाकि तो बस स्वहित करने वाले है
यहाँ तो बस.... पैसे का बोल वाला है
देवतओं का विष
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