तुम लौट आओ अगर तो, हम तुम्हारे आभारी हैं
खरीद लें सारे गम तुम्हारे,हम बो व्यापारी हैं
मुझे छोड़ने के सिवा जो तुम्हें कुछ और न भाया है
न जाने बो कौनसा जादू है जो तुम पर चलवाया है
तुमने जिन हालातों में छोड़ा है जरा उन राहों से पूछना
कैसे काटें हैं दिन-रात बिन तुम्हारे ये सूरज और चाँद से पूछना
जब तुम ही ऐसे छोड़ोगी तो कब तक यहाँ ठहरेंगे
तुम अगर साँस बनो , कुछ ज्यादा जी लेंगे।।
जिन आँखों से देखते थे दुनिया, अब क्या ही
Read More! Earn More! Learn More!