हम बो शीशा है जो टूटकर भी!'s image
00

हम बो शीशा है जो टूटकर भी!

हम बो शीशा है जो टूटकर भी, 
खनक नहीं छोड़ते हैं।
दिल भले तापड़ता रहे तेरी याद में,
पर जीना नहीं छोड़ते हैं।।

कोई मिलने आये या न आये हमसे,
इंतज़ार नहीं छोड़ते हैं।
कोई कितना भी बर्बाद करने की सोचे मुझे,
आबाद होने की चाह नहीं छोड़ते हैं।।

हम तो तेरे बो आशिक़ है जो तेरी
Read More! Earn More! Learn More!