सरल होना जैसे खुद की समझ से उभरते रहना |
मन के सरल रहने का असर,
हर समय गहराता हैं,
सरल होना जैसे खुद की समझ से उभरते रहना,
खुद को जानते हुए,
खुद के आनंद में मगन रहना।
काम को करते-करते,
खुद का रूठा मन,
अगर बिखर जाए,
तो सरलता को,
छूटा पाओगे।
सरल, सुंदर और अटल,
मन की उस सरलता को,
सहजता की सेवा में रखना,
अगसर, मन सरल रहने में सक्षम होता है,
रूठ उसकी सहजता जाती हैं।
सहजता चेतन मनुष्य में,
एक ऐसा हिस्सा हैं,
जो चेतना होके,<
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