
सुबह से शाम हो रंग में
झूमता दिल रहे भंग में
यार हो साथ में और क्या
ढोल हुड़दंग हो ब्यंग में
ज़ख़्म हर बह गया दिल खिला
खो गए खेलते रंग में
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सुबह से शाम हो रंग में
झूमता दिल रहे भंग में
यार हो साथ में और क्या
ढोल हुड़दंग हो ब्यंग में
ज़ख़्म हर बह गया दिल खिला
खो गए खेलते रंग में